IAS Success Story: 2 बार की असफलता भी नहीं तोड़ पाई हौंसला, कोचिंग छोड़ Self Study के दम पर बन गई IAS

IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विसेज परीक्षा को देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में एक माना जाता है। यही वजह है कि इस परीक्षा को क्लियर करने वाले अभ्यर्थी अन्य अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन जाते हैं। ऐसी ही कुछ कहानी प्रख्यात कवि स्वर्गीय हजारी प्रसाद द्विवेदी की नातिन अपाला मिश्रा का है। अपाला जब डेंटल मेडिकल के अंतिम वर्ष में थीं, तब उन्होंने सिविल सर्विसेज (Civil Services Exam) में जाने का फैसला लिया था।
अपाला ने साल 2018 से अपनी तैयारी शुरू कर दी थी और अपने दो प्रयासों में असफल भी रही थीं। बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी और सिविल सर्विसेज की परीक्षा को उत्तीर्ण कर दिखाया।
अपाला (IAS Apala Mishra) का कहना है कि उनका दो बार प्रीलिम्स परीक्षा में ही चयन नहीं हो पाया था। इसको लेकर उनके दोस्त उनका मजाकर उड़ाते थे। लेकिन उन्होंने इन सब चीजों को दरकिनार करके तैयारियां की और उनका चयन आईएएस के लिए हो गया।
सेल्फ स्टडी से मिली सफलता
अपाला मिश्रा ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग जॉइन की थी। लेकिन फिर उन्हें समझ में आया कि सफल होने के लिए कोचिंग के बजाय सेल्फ स्टडी पर फोकस करना बेहतर रहेगा। वहीं, एक बार मॉक टेस्ट (Mock Test) में उम्मीद से कम नंबर आने पर वे परेशान हो गई थीं। दिन में कई बार वह यही सोचती थीं कि उनका नंबर मॉक टेस्ट में इतना कम क्यों आया। हालांकि उन्होंने इसे खुद पर हावी नहीं होने दिया।
इंटरव्यू में मिले सबसे ज्यादा मार्क्स
अपाला के परिश्रम का ही नतीजा था कि उन्हें 2020 के इंटरव्यू में 215 अंक मिले। उनसे पहले 212 नंबर का रिकॉर्ड था। अपाला के मुताबिक अगर उन्हें सही समय पर अच्छा गाइडेंस मिल जाता तो वे पहले ही अपनी परीक्षा पास कर लेतीं।